” फ़िल्म ‘ऊंचाई’ ने मुझे नई ऊंचाईयों पर पहुंचाया ” 30 साल बाद सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने पर सूरज बड़जात्या ने समर्पित किया अपना ये अवार्ड महेश भट्ट,एन चंद्रा और हिरेन नाग को!

” फ़िल्म ‘ऊंचाई’ ने मुझे नई ऊंचाईयों पर पहुंचाया ” 30 साल बाद सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने पर सूरज बड़जात्या ने समर्पित किया अपना ये अवार्ड महेश भट्ट,एन चंद्रा और हिरेन नाग को!

सिर्फ एक टाइटल ही नही बल्कि फ़िल्म ऊंचाई अपने नाम की तरह निर्देशक सूरज बड़जात्या के जीवन मे एक सफलता की ऊंचाई लेकर आई और भारतीय सिनेमा के इस बेजोड़ प्रतिभा को उनकी अद्भुत पेशकश के लिये राष्ट्रीय पुरष्कार मिलना, वाकई इंडियन इंडस्ट्री के लिए गर्व का क्षण हैं। जी हां, नई दिल्ली में 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में, सूरज बड़जात्या और नीना गुप्ता ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों से अपने राष्ट्रीय पुरस्कार स्वीकार किए, जो पल उनके लिए जीवन के सबसे यादगार लम्हों में से एक होगा।

अपने भव्य पारिवारिक रिश्तों की कहानी के लिए मशहूर प्रतिष्ठित फिल्म निर्माता बड़जात्या ने फिल्म ऊंचाई के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार जीता है।

महावीर जैन फिल्म्स और बाउंडलेस मीडिया के सहयोग से राजश्री प्रोडक्शंस द्वारा निर्मित इस फिल्म को इसकी भावनात्मक गहराई और लुभावने दृश्यों के लिए सराहा गया है। बड़जात्या की जीत के साथ-साथ, ऊंचाई ने दिग्गज अभिनेत्री नीना गुप्ता को भी पहचान दिलाई, जिन्होंने फिल्म में अपनी भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का अपना दूसरा राष्ट्रीय पुरस्कार जीता।

ऊंचाई के साथ अपने सफर पर विचार करते हुए, सूरज बड़जात्या ने कहा कि, “ऊंचाई उस तरह की फिल्म नहीं थी जिसकी लोग मुझसे उम्मीद करते थे।  इसमें मेरे पिछले कामों जैसी भव्यता नहीं थी, लेकिन यह विषय मेरे दिल से आया था। मैंने उंचाई को नहीं चुना; बल्कि ऊंचाई ने मुझे चुना। आज, यह पुरस्कार उस यात्रा की सही पराकाष्ठा है।”

 एक साहसिक सिनेमाई और साहसिक कार्य का अद्भुत मेल!

राजश्री प्रोडक्शंस की 60वीं फ़िल्म ऊंचाई की परिकल्पना और शूटिंग महामारी के दौरान की गई थी, जो फ़िल्म निर्माताओं और दर्शकों के लिए एक अनिश्चितता का समय था। यह फ़िल्म दोस्ती, उम्मीद और रिश्तों में लचीलेपन की मार्मिक कहानी बताती है, जिसे हिमालय की पृष्ठभूमि में शूट किया गया है। यह एवरेस्ट बेस कैंप में शूट की जाने वाली पहली हिंदी फ़िल्म थी, जो समुद्र तल से 17,000 फ़ीट से भी ज़्यादा ऊपर है, जिससे यह पूरी कास्ट और क्रू के लिए शारीरिक और रचनात्मक दोनों तरह की चुनौती बन गई।

बड़जात्या ने ऐसी चरम स्थितियों में शूटिंग में शामिल जोखिमों को याद करते हुए कहा, “इस फ़िल्म ने मुझे शाब्दिक और रचनात्मक दोनों तरह से नई ऊंचाइयों पर पहुँचाया।” फ़िल्म की भावनात्मक प्रतिध्वनि और शानदार दृश्य दर्शकों से गहराई से जुड़ सकी और एक बार फिर साबित हो गया हैं कि एक बेहतरीन कहानी पारंपरिक फ़िल्म निर्माण अपेक्षाओं को पार कर सकती है।”

30 साल बाद एक बार फिर हाथ मे राष्ट्रीय पुरष्कार ! समर्पित किया ये अवार्ड !

‘हम आपके हैं कौन’ को सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने के तीस साल बाद, सूरज बड़जात्या एक बार फिर प्रतिष्ठित मंच पर खड़े हुये, पर इस बार उन्हें सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का अभिमान- सम्मान उनके हाथ मे चमक रहा था । सूरज जी कहते हैं ,“उस समय, एक युवा निर्देशक के रूप में उत्साह की लहर थी। आज भावना एक गहरी कृतज्ञता और शांति की है”। उन्होंने यह पुरस्कार राजश्री प्रोडक्शंस को समर्पित किया, जो अपनी 75वीं वर्षगांठ मना रहा है और उन मार्गदर्शकों को जिन्होंने उनके करियर को आकार देने में मदद की, जिनमें श्री महेश भट्ट, श्री एन. चंद्रा और श्री हिरेन नाग जी जैसी प्रतिभाशाली हस्तियां शामिल हैं।

अभिनेत्री नीना गुप्ता की जीत ‘ऊंचाई’ का अभिमान !

सूरज बड़जात्या की जीत के अलावा, ऊंचाई ने नीना गुप्ता को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का दूसरा राष्ट्रीय पुरस्कार दिलाया। शबीना सिद्दीकी के चित्रण ने नीना गुप्ता के अभिनय परिवेश में एक भावनात्मक समृद्धि और गहराई दी, जिसे आलोचकों और दर्शकों ने समान रूप से सराहा। ऊंचाई में नीना गुप्ता का प्रदर्शन उनकी असाधारण प्रतिभा और समर्पण का प्रमाण है।  सूरज जी  ने कहा, “नीना गुप्ता की जीत पूरी तरह से योग्य है और इससे इस पहचान की खुशी और बढ़ जाती है।”

 ये जीत,पूरे टीम की मेहनत और समर्पण की जीत हैं !

ऊंचाई राजश्री प्रोडक्शंस, महावीर जैन फिल्म्स और बाउंडलेस मीडिया के बीच एक सफल सहयोग का परिणाम थी। फिल्म की सफलता प्रोडक्शन टीम से लेकर स्टार-स्टडेड कास्ट,जिसमें अमिताभ बच्चन, अनुपम खेर, बोमन ईरानी, ​​सारिका और परिणीति चोपड़ा शामिल थे।ये फ़िल्म सभी की टीमवर्क और समर्पण का प्रमाण थी।

बड़जात्या ने कहा, “ऊंचाई के निर्माण के दौरान मेरी पूरी कास्ट मेरी रीढ़ थी। मुझ पर और फिल्म पर उनका विश्वास और ऐसी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों को सहने की, उनकी इच्छा ने,इस यात्रा को अविस्मरणीय बना दिया।”

 एक विरासत की पुनर्कल्पना !

ऊंचाई के साथ, सूरज बड़जात्या ने एक बार फिर अपने करियर को परिभाषित करने वाले मूल -मूल्यों के प्रति सच्चे रहते हुए एक फिल्म निर्माता के रूप में विकसित और आगे बढ़ते रहने की अपनी उत्कृष्ट क्षमता का उम्दा प्रदर्शन किया है।  नीना गुप्ता के साथ-साथ उनका राष्ट्रीय पुरस्कार जीतना, फिल्म के स्थायी प्रभाव ,आशा, दृढ़ता और दोस्ती के इसके संदेश की पुष्टि करता है।

उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, “मैंने अभी तक काम पूरा नहीं किया है। कहने के लिए और भी कई कहानियाँ हैं और पहुँचने के लिए और भी कई ऊंचाईयां हैं।”


Veteran Director Sooraj Barjatya Wins The Best Director Award For His Film Uunchai At The 70th National Film Awards.

The Honourable President Of India, Smt. Droupadi Murmu Presented The Highest Award For Cinema In India, Today In New Delhi. Many Congratulations To Soorajji For This Milestone Win! BIG Celebration At @rajshrifilms!


” फ़िल्म ‘ऊंचाई’ ने मुझे नई ऊंचाईयों पर पहुंचाया ” 30 साल बाद सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने पर सूरज बड़जात्या ने समर्पित किया अपना ये अवार्ड महेश भट्ट,एन चंद्रा और हिरेन नाग को!